लखनऊ, यूपी
रेप के मामले में फंसे पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ अय्यूब मंगलवार को मड़ियांव कोतवाली में अपने बयान दर्ज कराने के लिये पहुंचे। इस दौरान करीब आधे घंटे तक एसपी ट्रांसगोमती दुर्गेश कुमार ने डॉ अय्यूब से पूंछताछ की। इस दौरान डॉ अय़्यूब ने मृतका लड़की को पहचानने से इंकार करते हुए किसी भी तरह के संबंध से इंकार किया।
पूछताछ के बाद जब डा. अय्यूब मड़ियांव इंस्पेक्टर की केबिन से बाहर निकले तो मीडिया का जमावाड़ा देख कर वहां से खिसकने लगे। थाने में मीडिया ने डॉ अय्यूब से सवाल पूछा तो वे बिना जवाब दिए निकलने लगे। मड़ियांव कोतवाली में डॉ अय्यूब मीडिया पर भड़के और अपनी छवि खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मीडिया टीआरपी बढ़ाने के लिए इस मामले को एक मुद्दा बना रही है।
कोतवाली में डॉ अय्यूब अपने बयान दर्ज कराने पहुंचे तो कोतवाल मड़ियांव नागेश मिश्रा ने अपने केबिन के दरवाजे पर पहरा खड़ा कर दिया। किसी का भी प्रवेश अंदर आने से रोक दिया गया। इस दौरान कोतवाली में डॉ अय्यूब की खूब खातिरदारी की गई। अय्यूब के पहुँचते ही पूरी कोतवाली इस तरह खतिरदारी में जुट गई जैसे कि किसी वीआईपी का थाने पर आना हुआ हो। लगभग एक घंटे बाद एसपी ट्रांसगोमती कोतवाली पहुंचे और पूछताछ की।
मीडिया से रूबरू होते हुए डॉ अय्यूब ने कहा कि अभी तक लड़की का कोई बयान नही था। डॉ अय्यूब ने कहा कि मीडिया ने केवल टीआरपी बढ़ाने के लिए मामले को मुद्दा बना लिया। वही उनका कहना यह भी था कि यह एक राजनैतिक चाल है जिसमे मीडिया भी पीड़ित परिवार के साथ मिलकर माहौल को बना रही है। ऐसा ही माहौल मेरे खिलाफ साल 2012 में बनाया गया था।
डॉ अय्यूब के फोन पुलिस ने सीडीआर निकाली थी जिसमे साफ हुआ था कि मृतका और अय्यूब के बीच 320 बार बात हुई थी। इसमें 192 बार कॉल डॉ अय्यूब के नंबर से की गई थी। जब पत्रकारों ने इस बारे में पूछा तो डॉ अय्यूब ने कहा कि मैं उस लड़की को जानता ही नही हूँ। रही बात सीडीआर की तो पत्रकार स बारे में पुलिस से पूछे। अय्यूब ने कहा कि मुझे जो बताना है वह मैं पुलिस को बताऊंगा क्योंकि मीडिया राजनीति में पड़कर टीआरपी बढ़ा रहीं है और सही बात नहीं दिखा रही है।