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22 Dec 2024, Sun

हिंदू युवा वाहिनी ने एएमयू को आतंक की नर्सरी कहा

बयान के विरोध में प्रदर्शन, एफआईआर दर्ज करने की तहरीर

अलीगढ़

बीजेपी के विवादित सांसद महंत आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी ने एक बार फिर विवादास्पद बयान में कहा है। इस बयान में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को आतंक की नर्सरी कहा गया है। बयान के बाद युनिवर्सिटी में तनाव हो गया। सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस विवादित बयान के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति जमीरुद्दीन शाह समेत 3 अन्य लोगों ने सिविल थाने में एफआईआर दर्ज करने की तहरीर दी है।

हिंदू युवा वाहिनी ने अलीगढ़ ज़िले में अपना एक कार्यकर्ता सम्मेलन रखा था। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह शामिल हुए। सुनील सिंह ने कार्यकर्ता सम्मेलन में अपने भाषण में 140 साल पुरानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बारे में काफी भड़काऊ बयान दिया। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आतंकवाद की नर्सरी है। एएमयू और मदरसे देश में आतंकवाद फैला रहे हैं। अगर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और मदरसों को बंद कर दिया जाये तो आतंकवाद खत्म हो जाएगा।

हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह (File Photo)
हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह (File Photo)

जैसे ही एएमयू के छात्रों को सुनील सिंह के बयान की खबर लगी वह विरोध पर उतर आए। छात्रों ने एएमयू के सर जियाउद्दीन हॉल से पुरानी चुंगी तक विरोध मार्च निकाला और हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह समेत अन्य नेताओं का पुतला दहन किया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों को छात्रों ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम अखिलेश यादव को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध लगाने और विवादित बयान देने वाले नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की गई। छात्र नेताओं ने चेतावनी दी है कि वाहिनी नेताओं की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कलक्ट्रेट का घेराव करेंगे। इस मौके पर मोहम्मद उमर, फिरोज राना, अरशद अली, ए चौधरी, शोएब, सद्दाम, जानिब हसन समेत सैकड़ों छात्र मौजूद थे।

प्रदर्शन करते एएमयू के छात्र
प्रदर्शन करते एएमयू के छात्र

हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील सिंह व अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए एएमयू कुलपति समेत तीन लोगों ने तहरीर दी हैं। यूनिवर्सिटी के उप कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल ज़मीरुद्दीन शाह के मुताबिक ऐसा बयान जानबूझकर दिया गया है, जिससे यूनिवर्सिटी की इमेज खराब हो। उन्होंने कहा कि हमारा संस्थान सेक्युलर हैं। यहां जाति और धर्म को लेकर कोई भेदभाव नही किया जाता है। छात्र नेता मो. उमर फारूक समेत अन्य नेताओं ने भी वाहिनी नेताओं के विरुद्ध थाना सिविल लाइन में तहरीर भी दी है। अलीगढ़ के एसपी ब्रजेश कुमार के मुताबिक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सम्मेलन के ऑडियो और वीडियो क्लिप की जांच कर रही है।

वहीं एएमयू के प्रवक्ता राहत अबरार ने कहा कि ऐसे बयान देकर अलीगढ़ शहर और एएमयू के माहौल खराब किया जा रहा है। जिस यूनिवर्सिटी ने देश को खान अब्दुल गफ्फार खान, उर्दू लेखक हसरत मोहानी को दिया जिन्होंने पूर्ण स्वराज को लेकर अपनी आवाज उठायी थी। उनको देश एंटी नेशनलिस्ट घोषित किया जाता है। ये देश के लिए दुर्भाग्य है।