फ़ैसल रहमानी
गया
बिहार विधान सभा चुनाव की तैयारियों में राजनीतिक दल एड़ी चोटी का ज़ोर अभी से लगाएं हुए हैं। चुनाव आयोग ने अभी तारीखों का एलान किया नहीं किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम ज़ैदी 8 और 9 अगस्त को बिहार दौरे पर थे। उम्मीद की जा रही है कि आयोग सितंबर के पहले हफ्ते में चुनाव की तारीखों का एलान कर देगी।
बिहार के दो दिवसीय दौरे पर आये मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ नसीम ज़ैदी दिल्ली लौट गये हैं। उन्होंने बिहार के अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठक की और चुनाव की तारीखों को लेकर बातचीत की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कि चुनाव आयोग बिहार में अक्तूबर–नवंबर महीने के बीच चुनाव कराने पर विचार कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो बिहार में विधानसभा चुनाव त्यौहारों के समय में हो सकते हैं। ऐसी खबरों ने एक बार फिर से ज़ोर पकड़ लिया है। चूंकि अक्तूबर और नवंबर का महीना त्यौहारों का होता है और इसी समय दशहरा और दिवाली भी आते हैं।
चुनाव आयोग के सूत्र बताते हैं कि सितंबर के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीख़ों का एलान हो सकता है। बिहार में विधान सभा चुनाव इस चार-पांच चरणों में चुनाव होने की संभावना है। त्यौहारों के समय में चुनाव होने से बिहार के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं राजनीतिक पार्टियों के लिए भी चुनावी सभाओं में भीड़ इकट्ठा करना एक चुनौती साबित हो सकती है। चूंकि बिहार में दशहरा और दिवाली के साथ छठ के त्यौहार को काफी धूमधाम से मनाया जाता है, और उस समय में लोग चुनाव से ज़्यादा तरजीह पर्व–त्यौहार को देंगे। अगर ऐसा हुआ तो उम्मीदवारों के लिए वोटरों से संपर्क करना काफी मुश्किल होगा। अब देखना ये है कि चुनाव आयोग बिहार में चुनाव की तारीखों पर क्या फैसला लेता है।