अभिषेक मिश्रा
पडरौना, कुशीनगर
पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मोहम्मद अयूब ने कहा कि भेदभाव की वजह से सत्ता में मुसलमान पीछे हो गए हैं। आज़ादी के बाद मुसलमानों की हिस्सेदारी 38 फीसदी थी जो अब घटकर एक फीसदी से भी कम हो गई है। कांग्रेस, सपा और बीएसपी ने सिर्फ सत्ता की लालच में मुसलमानों का वोट हासिल किया और फिर उसे किनारे कर दिया।
पीस पार्टी ने आज कूशीनगर के पडरौना में ‘संपूर्ण स्वराज रैली’ की। रैली का आयोजन शहर के उदित नारायन डिग्री कालेज में किया था। रैली में जुटी भारी भीड़ देखकर पार्टी के नेता काफी खुश नज़र आ रहे थे। पार्टी अध्यक्ष डॉ अयूब ने ‘संपूर्ण स्वराज रैली’ को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहले पीएम जवाहर लाल नेहरु 10 अगस्त, 1950 को एक अध्यादेश लाए, जिसमें मुसलमानों को आरक्षण ने देने की बात कही गई थी। अध्यादेश में मुसलमानों को अनुसूचित जाति की कटेगरी से बाहर रखा गया जबकि आज उसी कटेगरी के हिन्दू वर्ग के लोग अनुसूचित जाति के कटेगरी में आते हैं और उन्हें आरक्षण का फायदा मिल रहा है। दूसरी तरफ उसी कटेगरी के मुसलमानों को आरक्षण का फायदा नहीं मिलता।
पार्टी अध्यक्ष डॉ अयूब ने कहा कि जब देश को आज़ादी मिली, उस समय मुसलमानों की सत्ता में हिस्सेदारी 37 फीसदी थी। आज़ादी मिलने के बाद केन्द्र और प्रदेशों में कांग्रेस, बीजेपी, सपा और बीएसपी का राज रहा। ये पार्टियां मुसलमानों के साथ भेदभाव करती रहीं। इसका नतीजा हुआ कि आज सत्ता में मुसलमनों की हिस्सेदारी सिर्फ एक फीसदी रह गई है। डॉ अयूब ने मौजूदा सपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि गाय तस्करी के नाम पर पूरे प्रदेश में गरीब मुसलमानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। न्याय मांगने पर उन्हें भगा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विधानसभा में सपा के 43 मुसलमान विधायक हैं, लेकिन मुसलमानों के लिए कोई आवाज़ उठाने वाला नहीं है। डॉ अयूब ने कहा कि 2012 के विधान सभा चुनाव में मुसलमानों ने चूक कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि पीस पार्टी को अगर सत्ता में हिस्सेदारी मिली तो आबादी के हिसाब से मुसलमानों के साथ अति पिछड़े और अति दलितों को आरक्षण दिलाया जाएगा।
रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अब्दुल मन्नान ने कहा कि पीस पार्टी को सत्ता में लाने से ही मुसलमानों, दलितों को इंसाफ मिलोगा। रैली को प्रदेश प्रभारी ई. इरफान, ज़िलाध्यक्ष गुड्ड अंसारी, पडरौना विधान सभा अध्यक्ष राजेन्द्र यादव उर्फ मुन्ना, पूर्व विधायक कासिम अली, अफरोज बादल, किशोर यादव समेत कई लोगं ने भी संबोधित किया। रैली में खास तौर पर किशोर यादव, सुरेंद्र गुप्ता, संतोष यादव, अख्तर, डब्लू अंसारी, लाल बहादुर यादव, इफ्तेख़ार अहमद मौजूद रहे।