अभिषेक मिश्रा,
बाराबंकी
पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अयूब ने कहा कि जितना अन्याय अखिलेश सरकार में मुसलमानों के साथ हो रहा है उतना अन्याय तो मोदी के मुख्यमंत्री रहते गुजरात में भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर पीस पार्टी के 50 विधायक चुनाव में जीत हासिल करके विधान सभा पहुंचे होते तो न ही मुजफ्फरपुर का दंगा होता और न ही हाशिमपुरा के कातिलों को बरी किया गया होता।
पीस पार्टी ने आज बाराबंकी के सिटी इंटर कॉलेज के मैदान पर एक बड़ी रैली का आयोजन किया था। पिछले कई दिनों से पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता इस रैली की तैयारी में लगे थे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अब्दुल मन्नान के दिशानिर्देश में रैली की तैयारी चल रही थी। रैली में सुबह से ही भीड़ जुटनी शुरु हो गई थी। बाराबंकी के साथ आसपास के काफी लोग इस रैली में शामिल होने आए थे। स्थानीय प्रशासन ने रैली के आसपास सुरक्षा के खास इंतज़ाम किए थे। दूसरी तरफ पार्टी के कार्यकर्ता खुद रैली में आए लोगों का मार्ग दर्शन कर रहे थे।
पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अयूब प्रदेश की अखिलेश सरकार पर जमकर बरसे। डॉ अयूब ने कहा कि शक की बुनियाद पर हजारों बेगुनाह मुसलमानों को जेलों में डाल दिया गया है। दूसरी तरफ हाशिमपुरा में मुसलमानों का कत्ल करने वाले और बाबरी मस्जिद गिराने के दोषी खुलेआम बाहर घूम रहे हैं। 2012 में मुसलमानों ने यदि समाजवादी पार्टी को वोट न दिया होता तो प्रदेश में सपा की बहुमत की सरकार न बनती। समाजवादी पार्टी ने सरकार बनाने के बाद मुसलमानों को ही भूला दिया। उन्होंने कहा कि अगर पीस पार्टी को चार-चार हजार वोट और मिल गए होते तो 50 से अधिक विधायक पीस पार्टी के होते, तब किसी भी सरकार की मुसलमानों के साथ अन्याय की हिम्मत नहीं पड़ती। डॉ अयूब ने कहा कि मुसलमानों को 25 फीसदी आरक्षण दिए जाने की सख्त ज़रूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि दलितों के आरक्षण में से 15 प्रतिशत आरक्षण अति दलितों को मिले और अति पिछड़ों को पिछड़ों के आरक्षण से 38 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की सख्त जरूरत है।
रैली को संबोधित करते हुए पीस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अब्दुल मन्नान ने कहा कि महान शख़्सियत रफी अहमद किदवई के बाद भी बाराबंकी के मुसलमानों ने किदवई खानदान के वारिसों पर भरोसा किया और लगातार चुनावों में उन्हें जीत दिलाते रहे। पर किदवई के वारिस कभी जनता कि उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। डॉ कलाम ने सवाल किया कि कब तक किदवइयों को जिताते रहोगे ?
रैली को संबोधित करते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष मसूद रियाज ने डॉ. अयूब का स्वागत किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि ज़िले की पूरी आवाम उनके साथ है। रैली को डॉ. अयूब के पुत्र इं. मो. इरफान, पीस पार्टी के नेता फरहान वारसी, अजय पटेल, अब्दुल रशीद, हाजी शौकत, दुष्यंत सिंह चंदेल, अफरोज बादल, भूरे खान, रिजवान अहमद, साबिर अली, हाफिज सईद, डॉ. हफीज जर्राह, मंसूर अहमद, हाजी कबीर आदि ने भी संबोधित किया।
Peace party will change the future of utter pradesh . I hope it will create a new history in Indian politics. He will must win & it will make to utter Pradesh free of corruption., &u.p will be. full of peace and love.