लखनऊ
यूपी में अक्टूबर में होने वाले पंचायत चुनाव में एमआईएम पूरे दमखम के साथ उतरेगी। पार्टी ने लखनऊ में आयोजित पदाधिकारयों की बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसला किया गया। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पंचायत चुनावों में एमआईएम मज़बूती के साथ चुनाव लड़ेगी।
एमआईएम की पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज प्रदेश और ज़िला पदाधिकारियों की बैठक हुई। ये बैठक लखनऊ के आदिल नगर में मौजूद प्रदेश कार्यालय में हुई। बैठक में प्रदेश के पदाधिकारयों के साथ करीब 50 ज़िलाध्यक्ष शामिल हुए। इस बैठक में शामिल लोगों का मानना था कि पार्टी को पंचायत चुनाव में हिस्सा लेना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि पार्टी पंचायत चुनाव में चुनिंदा सीटों पर मज़बूती के साथ हिस्सा लेगी।
पीएनएस न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि पार्टी जहां मज़बूत है वहीं से चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि सभी ज़िलाध्यक्ष से कहा गया है कि वह मज़बूत सीटों का चयन करके प्रदेश कमेटी के पास भेज दें। उसके बाद प्रदेश कमेटी उन सीटों का फैसला करेगी जहां से पार्टी को चुनाव लड़ना है। मालूम हो कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व और पार्टी अध्यक्ष ने पंचायत चुनाव में उतरने न उतरने का फैसला करने के लिए प्रदेश यूनिट को अधिकृत किया था।
बैठक में मौजूद गाज़ीपुर से आए पार्टी की सलाहकार समिति के सदस्य ह्रदयराम ने कहा कि प्रदेश का दलित समाज एमआईएम के साथ तेजी से जुड़ रहा है। मायावती पर दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए ह्रदयराम ने कहा कि बीएसपी बाबा साहब के मिशन को आगे ले जाने की जगह कमीशन वाली पार्टी हो गई हैं, जहां दलितों को ही सम्मान नहीं मिल रहा है। बैठक में मौजूद हामिद संजरी ने कहा कि पार्टी को मज़बूत करने के लिए सभी ज़िला अध्यक्षों को बूथ लेवल तक पार्टी के गठन करने के लिए कहा गया है।
एमआईएम के सीमित जगहों पर चुनाव में उतरने के एलान से राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पार्टी की रणनीति है कि वह उन्हीं सीटों पर चुनाव लड़े जहां पार्टी की जीत की संभावनाएं ज़्यादा हैं। जानकार ये भी कहते हैं कि एमआईएम ने यही फार्मूला महाराष्ट्र के चुनाव में आज़माया था। जहां उसे विधान सभा की दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी। जानकार ये भी बताते हैं कि दूसरी पार्टीयों के मुकाबले एमआईएम कम सीटों पर लड़कर अच्छे नतीजे लाकर भविष्य की राजनीति पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के अलावा मुख्य रूप से हामिद संजरी, अदील अल्वी, ह्रदयराम, ज़िलाध्यक्ष आज़मगढ़ कलीम जामई, उपाध्यक्ष अबुल कलाम आज़मी, ज़िलाध्यक्ष गाज़ीपुर अफज़ाल खान, ज़िलाध्यक्ष लखनऊ साजिद हसमत, ज़िलाध्यक्ष मेरठ हिफ्ज़ुर्रहमान, ज़िलाध्यक्ष बिजनौर मोहम्मद इकराम, आज़ाद सैफी, सदरुल हक खालिदी समेत सैकड़ों पदाधिकारी मौजूद थे।