आज़मगढ़
राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ने पंचायत चुनाव में मज़बूती से उतरने का एलान किया है। इसकी शुरुआत कौंसिल ने आज़मगढ़ से की है। पार्टी ने फिलहाल आज़मगढ़ ज़िला पंचायत के लिए 30 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। कौंसिल राज्य के कई ज़िलों में अपने उम्मीदवार उतारेगी।
उलेमा कौंसिल ने भादों से सुभाष यादव, अहिरौला से मनीराम गौतम, मंगरावों से ज़ुबैर अहमद, राजेंद्र पट्टी भदौरा से लालजीत, कनैरी से बीरबल प्रसाद, मुण्डियार से शहाब आलम, पल्थी से सुनीता, सराय मौहन से मोहम्मद असलम, फूलपुर से हाफिज़ मो नोमान और सराय सागर मालटारी से नेसार अहमद उर्फ भोला को उम्मीदवार बनाया है।
चांद पट्टी से फिरदौस, मित्तूपुर से प्रकाश यादव, जगदीशपुर से मुन्नी पत्नी शमसुद्दीन, राजापुर से अब्दुल रहीम, रानीपुर रजमो से तुवर राम भगत, पवई से बदरे आलम, बागबहार से खालिदा परवीन, मंजीर पट्टी से अलीम अहमद मकसुदिया से धर्मराज और नन्दांव से मोहम्मद फैसल को उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी ने फरिहां से इश्तियाक अहमद, बम्हुर से भजराम, पटवध कौटुक से राम कुमार कनौजिया, कोटिला से सेननती, शमशाबाद से राधे श्याम, भगतपुर से मालती देवी, बेरना से ओम प्रकाश पासवान, आंवक से अन्सार अहमद, मधनापार से ज़ाकिर और राजापुर सिकरौर से नुरुलहुदा को उम्मीदावार बनाया गया है।
राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने पीएनएस न्यूज़ एजेंसी से ख़ास बातचीत में बताया कि कौंसिल ने आज़मगढ़ में 32 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। 10 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर विचार चल रहा है। मौलाना रशादी ने पीएनएस को बताया आज़मगढ़ में ज़िला पंचायत की कुल 86 सीटें हैं और पार्टी उन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जहां पार्टी को जीत का पूरा भरोसा है।
मौलाना आमिर रशादी ने कहा कि प्रदेश की जनता मौजूदा अखिलेश सरकार से बेहद परेशान हैं और वह पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी को सबक सिखाना चाहती है। इसी डर की वजह से समाजवादी पार्टी पंचायत चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतार रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को भी वादाखिलाफी करने के लिए इस चुनाव में जनता सबक सिखाएगी।
उलेमा कौंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने बताया कि पार्टी जौनपुर, कुशीनगर, अलीगढ़, अंबेडकरनगर, फैज़ाबाद समेत कई ज़िलों में पूरी मज़बूती के साथ चुनाव लड़ेगी। मौलाना रशादी ने कहा कि यूपी इत्तेहाद फ्रंट में चार दल हैं, जहां फ्रंट में शामिल दूसरे दल चुनाव लड़ेंगे वहां हम उनका समर्थन करेंगे।
मालूम हो कि उलेमा कौंसिल ने परचम पार्टी ऑफ इंडिया, वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया और इंडियन नेशनल लीग के साथ मिलकर यूपी इत्तेहाद फ्रंट का गठन किया है। इस महीने के शुरु में फ्रंट ने आज़मगढ़ और जौनपुर में तीन दिन में ताबड़तोड़ पांच रैलियां करके शक्ति प्रदर्शन किया था। कौंसिल ने उसी समय एलान किया था कि पंचायत चुनाव में वह पूरी मजबूती के साथ लड़ेगी। उलेमा कौंसिल का जनाधार मुख्य रूप से आज़मगढ़ में है। पिछले कई चुनावों में पार्टी ने अपने उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन पार्टी को अभी सफलता मिलने का इंतज़ार हैं।