कोटा, राजस्थान
राजस्थान में उर्दू ज़बान को सरकारी स्कूलों में खत्म करने की साजिश हो रही है। इसके खिलाफ तहरीक-ए-उर्दू की तरफ से रैली निकाली गई और ज़ोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। इसमें लाखों लोगों ने भाग लिया। कोटा के काज़ी-ए-शहर ने इस प्रदर्शन का समर्थन किया था। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए राजस्थान के कई हिस्सों से लोग आए थे।
तहरीक-ए-उर्दू, ने राजस्थान में उर्दू को खत्म करने की साजिश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया था। कोटा शहर के काज़ी अनवार अहमद ने इसका पूरा समर्थन किया। काज़ी शहर की सरपरस्ती में आज सुबह 9 बजे मल्टीपरपज़ स्कूल, गुमानपुरा में लोग इकट्टा हुए। उसके बाद शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली गई। ये रैली शहर के कई रास्तों से होते हुए नयापुरा, कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली में लोगों ने बैनर, तख्तियां ले रखी थी जिसमें उर्दू को बचाने की बात कही गई थी। कलेक्ट्रेट में पहुंच कर रैली सभा में बदल गई। सभा में वक्ताओं ने प्रदेश सरकार पर उर्दू को खत्म करने की साजिश का इल्ज़ाम लगाया गया। बक्ताओं ने कहा कि वहउर्दू कोबचाने की हर मुमकिन कोशिस करेंगे। रैली में प्रदेश सरकार से मांग की गई कि वह उर्दू के साथ सौतेला रवैया अपनाना बंद करें।
राजस्थान में जब से बीजेपी की सरकार बनी है, वहां लगातार कई ऐसे फैसले हो रहे हैं, जिनका विरोध करने लिए मुसलमानों को सड़क पर उतरना पड़ रहा है। फिलहाल मामला उर्दू ज़बान से जुड़ा है। राजस्थान सरकार पर आरोप है कि वह सरकारी स्कूलों से उर्दू ज़बान को हटा रही है। उर्दू पढ़ रहे छात्रों पर दूसरे विषय लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उर्दू टीचर का तबादला किया जा रहा है। कई संगठनों से सरकार के इस अन्यायपूर्म फैसले के खिलाफ आवाज़ उठाई, लेकिन सरकार ने उनकी आवाज़ को अनसुना कर दिया। इसके बाद की मुस्लिम धर्मगुरुओं ने उर्दू ज़बान को लेकर तहरीक चलाने का फैसला किया और तहरीक-ए-उर्दू तंज़ीम बनाई गई। इससे पहले भी राज्य सरकार ने प्रदेश के स्कूलों में योग के साथ सूर्य नमस्कार को लागू किया था। जिसका मुस्लिम संगठनों ने काफी विरोध किया था।