Breaking
22 Dec 2024, Sun

आयूष डॉक्टरों को अंग्रेजी दवा लिखने का मिला अधिकार, फैसले से खुशी की लहर

लखनऊ
उत्तर प्रदेश इंडियन मेडिसिन (संशोधन) विधेयक- 2015 को आज विधान सभा ने पास कर दिया। विधेयक के पास होने से प्रदेश के आयुर्वेदिक और यूनानी डॉक्टरें को अंग्रेजी दवाई लिखने का अधिकार मिल गया है। प्रदेश के आयूष डॉक्टर कई सालों से ये मांग कर रहे थे। विधेयक पास होने पर आयूष डॉक्टरों ने सीएम अखिलेश यादव का शुक्रिया अदा किया।
विधान सभा में सत्र के आखिरी दिन उत्तर प्रदेश इंडियन मेडिसिन (संशोधन) विधेयक- 2015 पेश किया गया। सरकार की तरफ से मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी के चलते आयूष डॉक्टरों को सीमित अंग्रेजी दवाएं लिखने की इजाज़त देने का सरकार ने फैसला किया है। सभी को स्वास्थ्य का लक्ष्य हासिल करने के लिए ये कदम ज़रूरी था। बीजेपी के गोरखपुर के विधायक डॉ राधा मोहन अग्रवाल ने इस विधेयक का कड़ा विरोध किया। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस संशोधन विधेयक को प्रवर समिति के पास भेजा जाए। डॉ अग्रवाल का कहना था कि इस विधेयक के पास होने से की तरह की दिक्कतें आ सकती हैं। विधानसभा ने उनकी मांग को नामंज़ूर करते हुए इस विधेयक को पास कर दिया।
इस विधेयक के पास होने से आयुर्वेदिक और यूनानी के पंजीकृत चिकित्सकों को जनहित में सीमित आधुनिक औषधियां (एलोपैथिक ड्रग्स) लिखने का अधिकार मिल गया है। दरअसल प्रदेश की वर्तमान सारकार की यह मंशा रही है कि प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ती और गुणवत्तापरक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां एक तरफ आधुनिक चिकित्सा विधा के चिकित्सकों की कमी है, वहीं काफी संख्या में भारतीय चिकित्सा पद्धति के चिकित्सक (आयुर्वेद और यूनानी डिग्री धारक) उपलब्ध रहते हैं। आयुर्वेद/यूनानी चिकित्सकों द्वारा आधुनिक औषधियों के प्रयोग पर प्रतिबंध होने के कारण रोगियों को समुचित उपचार उपलब्ध नहीं हो पाता था। महाराष्ट्र, हरियाणा इत्यादि प्रदेश सरकारों द्वारा आवश्यक विधायी संशोधन के माध्यम से अपने-अपने प्रदेशों में इन चिकित्सकों को आधुनिक औषधियों के प्रयोग का अधिकार दिया गया है। इसी को ध्यान में रखकर ये विधेयक पेश किया गया था। प्रदेश में इस समय करीब 70 हज़ार आयुर्वेद और 25 हज़ार युनानी डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं जो पूरे प्रदेश खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहें हैं।
आयूष डॉक्टर पिछले कई सालों से इसकी मांग कर रहे थे। इसके लिए लगातार धरना प्रदर्शन भी किया गया था। प्रदेश सरकार के इस फैसले पर प्रदेशभर के आयूष डॉक्टरों ने खुशी जताई है। नीमा लखनऊ यूनिट के अध्यक्ष डॉ मोईद ने पीएनएस से बात करते हुए कहा कि इस फैसले से प्रदेश की जनता को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि आयूष डॉक्टर सीएम अखिलेश यादव का बेहद शुक्रगुज़ार है कि उन्होंने स्वयं आगे बढ़कर इस विधेयक पास कराया। डॉ मोईद ने बताया कि आयूष डॉक्टर एक हफ्ते में सीएम करने के लिए धन्यवाद मार्च निकालेंगे। उन्होंने आगे कहा कि आयूष डॉक्टर जल्द ही एक कार्यक्रम करके सीएम अखिलेश यादव को सम्मानिक करेंगे।
विधेयक पास होने पर सेक्रेटरी नीमा डॉ अशोक पाण्डेय, डाॅ अरशद अली, डॉ दानिश इमरान,  डॉ एचएफ अशरफ, डॉ आसिफ, डॉ जावेद हसन बेग, डॉ अंशुमान राय, डॉ आरसी वर्मा, डॉ अलाउद्दीन, डॉ आमिर जमाल, डॉ अब्दुल अहद, डॉ मुगीर अहमद, डॉ मोहम्मद अली, डॉ मुजतबा उसमानी, डॉ महफूज़, डॉ मशकूर, डॉ नाज़िर अब्बास, डॉ निहाल अहमद, डॉ अतीक अहमद, नीमा समेत कई संगठनों ने खुशी का इज़हार किया है।