अल अक्सा मस्जिद में इजराइली पुलिस और फिलिस्तीनियों के बीच एक बार फिर जबरदस्त संघर्ष शुरु हो गया है। इसके बाद पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया। यहूदियों के त्योहार सुकोत की छुट्टियां अभी शुरु हुई हैं। वो इसे मनाने के लिए अल अक्सा मस्जिद में इकट्ठा होते हैं, इसलिए यहां और तनाव फैलने का उम्मीद जताई जा रही है।
अल अक्सा मस्जिद में कल दिन में हुए संघर्ष के बाद इजराइली पुलिस तैनात कर दी गई है। इतवार को हुए जबरदस्त प्रदर्शन में काफी संख्या में फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारी शामिल हुए थे। ये प्रदर्शनकारी यहूदियों के 8 दिन मनाए जाने वाले त्योहार सुकोत के दौरान मस्जिद की रक्षा करने की तैयारी कर रहे थे। फिलिस्तीनी अल अक्सा मस्जिद में ही रात गुजारने की तैयारी कर रहे थे। इजराइली पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की और फिर दोनों के बीच संघर्ष शुरु हो गया। इजराइली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर बल प्रयोग किया।
संघर्ष के बाद में पुलिस ने कहा कि फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने उन पर पत्थर फेंके और आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की जिसके जवाब में पुलिस ने दंगा निरोधक साधन का इस्तेमाल किया। एएफपी के पत्रकार ने खबर दी है कि अल अक्सा मस्जिद में इतवार को सुबह माहौल बिल्कुल शांत था और ज्यादातर पुलिसकर्मियों को वापस बुला लिया गया था।
दरअसल अल-अक्सा मस्जिद मुसलमानों का तीसरा सबसे पवित्र स्थल है। इसे हरम अल शरीफ भी कहा जाता है। यह मस्जिद यहूदियों के लिए भी काफी खास है। यहूदी इसे ‘टेंपल माउंट’ कहकर बुलाते हैं। यहूदियों को वहां जाने तो दिया जाता है लेकिन तनाव से बचने के लिए प्रार्थना नहीं करने दी जाती है। इसलिए यह स्थान इजरइल और फिलस्तीन के बीच तनाव की वजह है। यहां इस तरह की हिंसा की घटनाएं होती रहती हैं।